*अविस्मरणीय होगा कायस्थ महाकुंभ*
*सिने संध्या व युवक-युवती परिचय सम्मेलन- कुलदीप माथुर*
*6जनवरी को सांय 6 बजे से सिने संध्या मे शहर के सभी नागरिको के लिए नि:शुल्क प्रवेश रखा गया है*
*7जनवरी को प्रातः 9 बजे से युवक युवती परिचय सम्मेलन*
*कायस्थ समाज का देश की आजादी मे रहा है महत्वपूर्ण योगदान।*
*आजादी के बाद 75वर्षो में अनेकों उपलब्धियाॅ रही है।*
*राजस्थान के विकास में कायस्थों की रही है भूमिका।*
*1100 से अधिक बायोडाटा वाली “कायस्थ बंधन” स्मारिका का प्रकाशन*
कोटा। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की ओर से कोटा में माॅ चर्मण्यवती नदी की भूमि कोटा में 2 दिवसीय कायस्थ महाकुंभ मे सिने संध्या व युवक-युवती परिचय सम्मेलन व सम्मान समारोह का आयोजन 6 व 7 जनवरी 2024 (शनिवार व रविवार) को मानपुरा, बांरा रोड स्थित तुलसी रिसोर्ट पर आयोजित किया जा रहा है।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय मीडिया संयोजक व कार्यक्रम आयोजक कुलदीप माथुर ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि दो दिवसीय कायस्थ महाकुंभ व युवक-युवती परिचय सम्मेलन का शुभारंभ 6 जनवरी (शनिवार) को भगवान श्री चित्रगुप्त जी के पूजन के साथ होगा। सांय 6बजे मुंबई से आए बालीवुड सिंगर (के फाॅर किशोर) के नाम से विख्यात अनिल श्रीवास्तव के द्वारा सिने संध्या का आयोजन होगा। कार्यक्रम मे शहर सभी लोगो के लिए नि:शुल्क प्रवेश रखा गया है
*कार्यक्रम में मुख्य अतिथि माननीय लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जी के आने की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है एवं कार्यक्रम का निमंत्रण कोटा के सभी मंत्रियों व विधायकों को भेजा गया है।*
माथुर ने बताया कि महासभा की ओर से यह तीसरा युवक-युवती परिचय सम्मेलन है। आगामी दिनों में इसे सभी संभागो में भी आयोजित किया जाएगा। समाज बन्धूओं के इन सम्मेलनों से लाभ मिल रहा है जिसके फल स्वरूप समाज के लोगो में इस कार्यक्रम को लेकर काफी उत्साह है।
*इस कार्यक्रम की स्मारिका “कायस्थ बंधन” का प्रकाशन किया जा रहा है। स्मारिका में 1100 से अधिक युवक-युवतियों के बायोडाॅटा प्रकाशित किए जा रहे है जिसमें डाॅक्टर, इंजीनियर, आई टी क्षेत्र, राजकीय व निजी सेवा में सेवारत युवक-युवती के बायोडेटा सम्मिलित है।* गत वर्ष आयोजित परिचय सम्मेलन में 600 से अधिक युवक-युवतियों इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुये थे।
*युवक-युवतियों के बायोडाटा ऑनलाईन पोर्टल पर भी उपलब्ध रहेंगे*
कुलदीप माथुर ने बताया कि इस परिचय सम्मेलन के लिए युवक-युवतियों के परिचय के लिए स्मारिका का प्रकाशन किया गया है। इस स्मारिका में प्रकाशित सभी बायोडेटा ऑनलाईन प्लेटफाॅर्म “कायस्थ बंधन” पर भी उपलब्ध रहेेंगे।
इस दौरान कोरोना काल में बिछुडे दम्पतियों का पुर्नविवाह करवाने का प्रयास किया जाएगा, साथ ही जो विधुर व विधवा है उनके जीवन साथी की तलाश के लिए भी मंच उपलब्ध रहेगा, जहाॅ वे अपना परिचय दे सकते है। कार्यक्रम स्थल पर ही तीन स्थानों पर एल.ई.डी. के माध्यम से युवक-युवती के परिजन परिचय सम्मेलन का आनन्द ले सकेंगे।
*कार्यक्रम स्थल पर भगवान चित्रगुप्त जी का भव्य श्रृंगार होगा*
संभागीय अध्यक्ष नितिन भटनागर ने बताया कि कार्यक्रम स्थल पर भगवान चित्रगुप्त जी का कट आउट बनाकर पूजा अर्चना धूम धाम से की जाएगी इस दौरान परिचय सम्मेलन में उपस्थित सभी समाज बंधू भगवान चित्रगुप्त जी की पूजा अर्चना कर सकेंगे।
*कुण्डली मिलान की व्यवस्था होगा*
जिला अध्यक्ष विनोद सक्सेना ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान कुण्डली मिलान हेतु निशुल्क ज्योतिषियों की व्यवस्था भी की गई है। जिसमें इच्छुक प्रतिभागी अपना कुण्डली मिलान निशुल्क करवा सकते है।
*कार्यक्रम स्थल पर कायस्थ उद्यमियों के उत्पादन के प्रोत्साहन के लिए प्रदर्शनी लगेगी*
प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए कार्यक्रम सहसयोंजक एवं नगरपालिका रामगंजमण्डी के पूर्व उपाध्यक्ष महेश श्रीवास्तव ने बताया कि कायस्थ उद्यमियों के उत्पादन के प्रोत्साहन के लिए भी स्टाॅलस् लगाई गई है जिसमें कायस्थ उद्यमी अपने उत्पाद का विक्रय कर सकेगा। प्रायः पाया जाता है कि कायस्थ समाज नौकरी पेशा वर्ग है किन्तु अनेक उद्यमियों ने गत वर्षों में व्यापार के क्षेत्र में प्रवेश करते हुए ऊचाईयां प्राप्त की है इस अवसर पर महिला उद्यमियों द्वारा भी स्टाॅल लगाई जाएगी। कायस्थ समाज द्वारा उद्यमियों का भी सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा।
*कायस्थ समाज की विभिन्न विभूतियों का सम्मान होगा*
जिला महामंत्री कमल कुलश्रेष्ठ ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रही कायस्थ विभूतियों का भी सम्मान किया जाएगा, जिसमें शिक्षा, खेल, पत्रकारिता, समाज सेवा, उद्यमी, मेडिकल क्षेत्र उत्कृष्ट कार्य करने पर चित्रांश बंधुओ को सम्मानित किया जाएगा।
कायस्थ समाज का इतिहास गौरवान्वित करने वाला रहा है
दशहरा मेला समिति के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद राममोहन मित्रा ने बताया कि कायस्थ समाज का इतिहास प्राचीन है यह समाज देश के विकास में सदैव अग्रणी रहा है। कायस्थों का इतिहास एवं आजादी में समाज का योगदान एवं बलिदान किसी से छिपा नही है। वर्तमान में भारत व राजस्थान प्रदेश में देखे तो पाएंगे कि कायस्थ समाज को निरन्तर उपेक्षित किया जा रहा है। जबकि जनगणना के आधार पर कायस्थ समाज की जनसंख्या 15 करोड़ से अधिक है। महासभा द्वारा समाज के लिए किए जाने वाले प्रयासों के चलते जोधपुर, बारां व जयपुर में समाज को भूमि व चैराहे आवंटन करवाए गए। कोटा मेे लाल बहादुर शास्त्री मार्ग व चित्रगुप्त चैराहे का निर्माण प्रगति पर चल रहा। महासभा की ओर से प्रदेशभर में किए गए प्रयासों के चलते भगवान चित्रगुप्त कायस्थ कल्याण बोर्ड का गठन करवाया गया जो कि अपने आपमें एक उपलब्धि है जिसके माध्यम से समाज को मजबूती मिलेगी। कायस्थ समाज अपने आप में भारतीय समाज की संरचना का एक आईना है, जो हर क्षेत्र म