चित्रगुप्त चौराहा इंदौर के डाक टिकिट का विमोचन कर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा एवं कायस्थ समाज ने रचा इतिहास

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चित्रगुप्त चौराहा इंदौर के डाक टिकिट का विमोचन कर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा एवं कायस्थ समाज ने रचा इतिहास

चित्रगुप्त चौराहा विशेषांक का विमोचन व समाज का अलंकरण समारोह भी आयोजित 

इंदौर (कायस्थ टाइम्स)

अखिल भारतीय कायस्थ महासभा एवं कायस्थ समाज इंदौर द्वारा श्री चित्रगुप्त चौराहा इंदौर विशेषांक का अनावरण और डाक टिकट का विमोचन किया गया। डाक टिकट में भारत सरकार द्वारा चित्रगुप्त चौराहा इंदौर को अंकित किया गया है ।

जिला अध्यक्ष सुरेश सक्सेना ने बताया कि इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष श्याम सुंदर श्रीवास्तव ने की। मुख्य अतिथि एडिटर इन चीफ डीजीआना चैनल डॉ. प्रो. प्रतीक श्रीवास्तव थे ।

कार्यक्रम के विशेष अतिथि एडीजे डॉ. राकेश मोहन प्रधान, राष्ट्रीय कार्यवाहक महामंत्री रतनेश श्रीवास्तव व मुख्य मार्गदर्शक वीना सक्सेना रहीं । 

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रतीक श्रीवास्तव ने कहा कि इंदौर में कई समाज के लोग निवास करते हैं। उनके समाज से कई विधायक, मंत्री, सांसद आदि भी रहे हैं। मगर कभी भी किसी ने अपने समाज के नाम पर चौराहा नहीं बनवाया। वहीं कायस्थ समाज ने मध्य प्रदेश के सबसे बड़े शहर के प्रमुख स्थान पर अपने  इष्टदेव भगवान श्री चित्रगुप्त के नाम पर एक चौराहे का निर्माण कर कायस्थों के महत्व को समझाया है। यह कायस्थ समाज की शक्ति का प्रतीक है ।

जन सहयोग से निर्मित चित्रगुप्त चौराहे के विशेषांक में चौराहा समाज को कैसे प्राप्त हुआ, कैसे जन सहयोग से विशाल कलम दवात का निर्माण हुआ, आय- व्यय का ब्यौरा तथा समाजजन व अन्य समाज के बंधुओं की प्रतिक्रियाओं को भी  प्रस्तुत किया गया है। सम्मान की द्वितीय कड़ी में कार्यक्रम में उन सदस्यों को सम्मानित किया गया, जिनके सहयोग से चित्रगुप्त चौराहे का निर्माण सम्भव हुआ।

इस अवसर पर राष्ट्रीय कार्यवाहक महामंत्री रतनेश श्रीवास्तव ने अफसोस जताते हुए कहा कि इंदौर महानगर में कायस्थ समाज का कोई सामुदायिक भवन या धर्मशाला नहीं है, जिसकी नितांत आवश्यकता है। आगामी समय में हमारी टीम इसके निर्माण का प्रयास करेगी।

कार्यक्रम का संचालन आरती सक्सेना, सुरेश अजनबी और संजय निर्गुण ने किया। प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत चंद्र मोहन श्रीवास्तव, विजय सक्सेना, उमेश श्रीवास्तव, सत्येन्द्र श्रीवास्तव , संध्या श्रीवास्तव , सुनीता सक्सेना, डॉ. अनंत सक्सेना व दीपक कुमार  ने किया। कार्यक्रम की संयोजिका संगीता श्रीवास्तव और सत्या श्रीवास्तव थीं। अंत में प्रतिभा श्रीवास्तव ने सभी आंगतुकों का आभार जताया।